Monday 5 February 2018

स्मृति में चित्र

मैंने अपनी किताबों के बीच
कैनवास छुपा कर रखा है
अपनी स्मृति में एक चित्र
हर रोज़ देखता हूँ

बाज़ार से ब्रश खरीदने की इच्छाह
रंगों के चुनाव की चिंता
अपने हाथों को रंगीन
रंगों का पानी में घुल जाने का
स्वप्न देखता हूँ

मेरे पूरे कमरे में खिल जाते हैं रंग
फूलों से
महक जाते हैं रंग
बिखर जाते हैं रंग

एक पल को
रंगों को पहनता हूँ, रंगों को ओढ़ता हूँ
रंगों में समा जाता हूँ, रंगों सा उछरता हूँ
तब मैं
कैनवास पर एक कहानी देखता हूँ

तेरी, मेरी और कैनवास की !

No comments:

Post a Comment