उसने अपने दोनों हाथ
तख़्त पर पटकना शुरू कर दिए
और संगीत बज उठा
जब उसकी मदहोशी टूटी
उसे ज्ञात हुआ
कि उसके दोनों हाथ धुल में सन गए हैं
दांत पीसते हुए
उसने अपने दोनों हाथ फ्रॉक से पोंछ लिए
हाथों में बचे हुए अंश को चूमा गया
अनेंकों बार
फिर सुगन्धित सामान में तब्दील हो गई धूल
प्रेम में अलगाव कुछ नहीं होता
धूल से पूछो |
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