Monday 5 February 2018

चित्रकार

रंगों के डब्बे में हरा रंग ख़त्म हो गया
कैनवास पर बस उसी की कमी थी

कुछ अंश हथेली में चिपका देख
कैनवास पर रगड़ डाली हथेली
ऐसे की
रगड़न की गर्मी से
खून बह उठा
उसने दर्द से छिटक दी हथेली

जहाँ भी खून गिरा
वहाँ हरियाली पनपी पौधों के रूप में
इस तरह कैनवास हो गया- पृथ्वी |

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