Sunday 10 December 2017

साथ की बात

तुम अक्सर मेरे सपने सुनने 
मेरे पास बैठी होती हो
सपने सच हैं 
हमारा साथ बैठा होना झूठ 

तुम्हारे झूठ मूठ के साथ बैठे होने से 
मैं दुखी नहीं हूँ 
क्योंकि 'कल्पना सच है 
समूचा यथार्थ झूठ'

यथार्थ में साथ होना भ्रम है 
कल्पना में साथ होना- प्रेम 
मेरा सोना झूठ है 
सपने में तुम्हारा होना - सच 

साथ की बात यह है 
कि तुम्हारा अक्सर मेरे पास आना 
सपने का प्रेम है हमसे 
'अब हम एक हैं, एक सपना'

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