इंतज़ार मेरा सबसे प्रिय शब्द है
आख़िरी सांस तक
किया है इंतज़ार मैंने तुम्हारा
जो बचा है
वो असल में मैं नहीं हूँ
मैं होता तो तुम्हारे साथ होता |
हम दुनिया में हर बदलाव झेल सकते हैं
कैसे देख सकता है कोई प्रेम को बदलते हुए |
दूसरा हो जाना इस समय की सबसे बड़ी त्रासदी है
'अलविदा' कहने के बाद आदमी मर जाता है |
आख़िरी सांस तक
किया है इंतज़ार मैंने तुम्हारा
जो बचा है
वो असल में मैं नहीं हूँ
मैं होता तो तुम्हारे साथ होता |
हम दुनिया में हर बदलाव झेल सकते हैं
कैसे देख सकता है कोई प्रेम को बदलते हुए |
दूसरा हो जाना इस समय की सबसे बड़ी त्रासदी है
'अलविदा' कहने के बाद आदमी मर जाता है |
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